Math Professor Explained to Students 'Love Formula',Student Made Video

Mathematics Professor Explained to Students 'Love Formula', Student Made Video

1.गणित के प्रोफेसर ने छात्राओं को समझाया 'लव फॉर्मूला', छात्रा ने बनाया वीडियो का परिचय (Introduction to Mathematics Professor Explained to Students 'Love Formula', Student Made Video)-

इस आर्टिकल में बताया गया है कि गणित के एक प्रोफेसर छात्राओं को लव फाॅर्मूला समझा रहे थे। यह आर्टिकल पढ़कर हम सोच में पड़ गए कि इस देश के शिक्षकों का और विद्यार्थियों का नैतिक पतन इतना गिर गया है कि उनको ऐसा करते हुए उनका पानी भी नहीं मरता है। इस आर्टिकल को देखकर यह अच्छी तरह समझा जा सकता है कि देश की दशा और दिशा दोनों गलत रास्ते की तरफ जा रहे हैं। जहाँ प्रोफेसर को विद्यार्थियों को गणित के सवाल समझाने और पढ़ाने चाहिए थे उसकी एवज में वे छात्राओं को गणित के फार्मूले से लव फाॅर्मूला समझा रहे थे।हमारे देश के नैतिक पतन का यह उदाहरण हमारे सामने आया है। ऐसे ओर कई उदाहरण होंगे परन्तु वे हमारी नजर में नहीं आते हैं। जब एक प्रोफेसर जो कि उच्च श्रेणी की डिग्री लेकर बने होंगे एमएससी या पीएचडी। इन उच्च श्रेणी के डिग्रीधारी और वो भी प्रोफेसर (शिक्षक) के पद पर कार्यरत है। एक शिक्षक की पुराने जमाने में कितना सम्मान और गरिमा थी? शिक्षक को पुरातन काल में गुरु की पदवी प्राप्त थी। राजा-महाराजा, सभी सम्भ्रान्त व्यक्ति और साधारण लोग जिनके चरणों में नतमस्तक हो जाते थे। आधुनिक काल के शिक्षकों की तुलना में  उनका चरित्र कितना श्रेष्ठ और उज्जवल था इसकी आसानी से कल्पना की जा सकती है। आधुनिक युग में शिक्षकों को यार-दोस्त समझा जाता है उसके लिए शिक्षक स्वयं उत्तरदायी है। शिक्षा व्यवस्था, शिक्षा का बँटाधार इसलिए हो रहा है। यदि शिक्षक से पूछा जाए तो इसके लिए विद्यार्थियों को जिम्मेदार ठहराते है और विद्यार्थी शिक्षकों को जिम्मेदार मानते हैं। हमारा मानना है कि जब शिक्षक ही खाई में गिर रहा हो तो वह विद्यार्थियों को खाई में गिरने से कैसे बचा जा सकता है।Read More

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गणित विषय कठिन लगने और समझ में न आने का मूल कारण यही है कि शिक्षक समर्पण भाव से विद्यार्थियों को नहीं पढ़ाते हैं। उनका एक मात्र उद्देश्य सरकारी नौकरी प्राप्त करना है उसके बाद न तो उन पर कोई जिम्मेदारी है और न कोई एक्शन लेने वाला है। जब इस तरह की खबर सबको मालूम हो जाती है तो शिक्षकों को सस्पेंड करके इतिश्री कर दी जाती है। परन्तु उसके मूल कारण को दूर करने के बारे में कोई भी कुछ भी सोचने के लिए तैयार नहीं होता है। शिक्षा का पाठ्यक्रम, शिक्षकों का चरित्र तथा शिक्षा संस्थानों का व्यावसायीकरण होने के कारण ऐसी स्थिति निर्मित होती है। शिक्षा के पाठ्यक्रम में केवल भौतिक विषय ही रखा गया है। पाठ्यक्रम में नैतिक व आध्यात्मिक शिक्षा को बिल्कुल ही शामिल नहीं किया गया है। इस कारण भौतिक शिक्षा से ऐसे ही विद्यार्थियों का निर्माण होता है जिनको यह पता ही नहीं होता है कि माता-पिता का सम्मान करना चाहिए या नहीं और यदि करना चाहिए तो किस प्रकार करें। अपने मित्रों, परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों से शिष्टाचार का व्यवहार किस प्रकार करें तथा व्यावहारिक जीवन में आनेवाली समस्याओं का समाधान किस प्रकार करें। इस प्रकार की शिक्षा का पाठ्यक्रम में समावेश ही नहीं है तो शिक्षक पढ़ाएंगे क्यों? आखिर शिक्षक भी तो उसी मैकाले की शिक्षा पद्धति में पढ़ें - लिखें और बड़े हुए हैं। साथ ही उनकी नियुक्ति करते समय चारित्रिक मूल्यों का बिल्कुल परीक्षण किया ही नहीं जाता है। इसलिए वे कक्षा में जो मन में आए वो पढ़ातें है और जो मन न आए या जो पढ़ाना चाहिए उसे नहीं पढ़ाते हैं। अफसोस इस बात का है कि गणित के प्रोफेसर को जिस दर्जे का चरित्र रखना चाहिए उसके बजाए वे सेक्स एजुकेशन पढ़ा रहे हैं।
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शिक्षा संस्थान भी व्यावसायिक हो गए हैं। शिक्षा संस्थानों की बिल्डिंग तथा फर्नीचर इत्यादि आलिशान हैं लेकिन उनमें शिक्षा का स्तर इतना घटिया है उसका वर्णन भी नहीं किया जा सकता है। उनको मोटी-मोटी फीस बटोरनी है और चारित्रिक शिक्षा से उनको कोई लेना-देना नहीं है। ऐसे शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया जाता है परन्तु जब बात ठंडी हो जाती है और आई गयी हो जाती है तो वापस उन शिक्षकों को बहाल कर दिया जाता है। बहाल ही नहीं उनको आगे से आगे पदोन्नति भी दी जाती है। भारत देश में गणित के विद्यार्थी इसीलिए फिसड्डी होते जा रहे हैं जबकि सरकारे हमें विकसित देशों की ओर अग्रसर होने के सपने और सब्जबाग दिखा रही है। लेकिन सरकार को चलाने वाले राजनेता सत्ता का सुख भोगना चाहते हैं, उन्हें गणित शिक्षा और शिक्षा व्यवस्था से क्या लेना देना हैं? विकसित देशों की श्रेणी में आने के लिए केवल उनकी नकल करना ही पर्याप्त नहीं है। सही मायने में विकसित देश वही कहला सकता है जिस देश के नागरिकों का चरित्र उज्जवल और श्रेष्ठ हो। केवल तकनीकी ज्ञान, विज्ञान, प्रौद्योगिकी तथा गणित में अग्रणी होने से ही विकसित नहीं माना जा सकता है। हमारी मान्यता तो यह है कि शिक्षा व्यवस्था का पोस्टमार्टम करने की आवश्यकता है।

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2.गणित के प्रोफेसर ने छात्राओं को समझाया 'लव फॉर्मूला', छात्रा ने बनाया वीडियो(Mathematics Professor Explained to Students 'Love Formula', Student Made Video)-

Math Professor Explained to Students 'Love Formula',Student Made Video
Math Professor Explained to Students 'Love Formula',Student Made Video
27मार्च,2019 
करनाल,हरियाणा के एक प्रोफेसर का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। दरअसल, महिला कॉलेज में मैथ के प्रोफेसर साहब जब कक्षा में लड़कियों को ब्लैकबोर्ड पर लव फॉर्मूला लिखकर पढ़ा रहे थे, तो एक छात्रा ने क्लास में यह वीडियो मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया।
गणित के प्रोफेसर ने छात्राओं को समझाया 'लव फॉर्मूला', छात्रा ने बनाया वीडियो
ये पूरा मामला हरियाणा में करनाल के रेलवे रोड स्थित महिला कॉलेज का है, जहां एक असिस्टेंट प्रोफेसर ने बीकॉम प्रथम वर्ष की छात्राओं को प्यार के फाॅर्मूले उदाहरणों को बोर्ड पर लिखकर समझा रहे थे। छात्राएं भी इस मामले में कम नहीं थीं। छात्राओं ने इस ‘लव क्लास’ का वीडियो बना लिया। प्रोफेसर ने तीन फॉर्मूले बोर्ड पर लिखकर प्यार की परिभाषा समझाई थी, इसमें कई तरह की बातें मिक्स थीं।
गणित के प्रोफेसर ने छात्राओं को समझाया 'लव फॉर्मूला', छात्रा ने बनाया वीडियो
प्रोफेसर का यह वीडियो कॉलेज के प्रिंसिपल को दिखाया गया। कॉलेज प्रबंधन ने वीडियो देखने के बाद चरण सिंह नाम के प्रोफेसर को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही प्रोफेसर ने छात्राओं से लिखित में माफी मांगी है। वायरल वीडियो में प्रोफेसर चरण सिंह ब्लैकबोर्ड पर तीन सूत्र लिखते हुए दिखाई दे रहे हैं। पहला लिखता है, 'क्लोजनेस-अट्रैक्शन = फ्रेंडशिप', 'क्लोजनेस+अट्रैक्शन = रोमांटिक लव' और आखिरी फॉर्मूला लिखा, 'अट्रैक्शन-क्लोजनेस = क्रश'।
गणित के प्रोफेसर ने छात्राओं को समझाया 'लव फॉर्मूला', छात्रा ने बनाया वीडियो
प्रोफेसर सिंह लड़कियों को एक-एक शब्द समझाते हुए और हिंदी में फॉर्मूले सिखाते हुए दिखाई देते हैं। प्रोफेसर सिंह क्लास में यह भी कहते हैं कि बुढ़ापे में पति-पत्नी के बीच आकर्षण कैसे कम हो जाता है और वे दोस्त बन जाते हैं।
गणित के प्रोफेसर ने छात्राओं को समझाया 'लव फॉर्मूला', छात्रा ने बनाया वीडियो
सरकारी गर्ल्स कॉलेज, करनाल- फोटो : medha.org.in
जब प्रोफेसर फॉर्मूले समझा रहा था तो छात्राओं को वीडियो में हंसते हुए भी सुना जा सकता है। इसके साथ ही कई छात्राएं 'यस सर' कहते हुई सुनी जा सकती है। प्रोफेसर सरकारी महिला कॉलेज में छह महीने के लिए विशेष रूप से प्रतिनियुक्ति पर था। जिसे अब निलंबित कर दिया गया है। अगली स्लाइड पर आप भी देखिए वायरल वीडियो।
देखिए इस तरह से गणित के अध्यापक ने पढ़ाया 'लव फॉर्मूला



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