Fifth Student Answered 1300 Mathematics Questions in 7 Minutes

Fifth Student Answered 1300 Mathematics Questions in 7 Minutes

1.पाँचवीं के छात्र ने 7 मिनट में दे दिया गणित के 1300 सवालों का जवाब(Fifth Student Answered 1300 Mathematics Questions in 7 Minutes)-

इस आर्टिकल में बताया गया है कि 5वीं के विद्यार्थी रुद्राक्ष ने रिकॉर्ड 7 मिनट में गणित के 1300 सवालों के जवाब दे दिए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मनुष्य का मस्तिष्क कम्प्यूटर से भी तेज गति से काम कर सकता है। भारतीय दर्शनों में स्पष्ट कहा गया है कि मनुष्य पूर्व जन्मों के संस्कार लेकर आता है, जो कि सुप्त रहते हैं। उनको जाग्रत, एक्टिव करने के लिए हमें पुरुषार्थ करना होता है। यदि हम मन और इन्द्रियों के अधीन होकर कार्य करते हैं तो हमारी अधोगति होना शुरू हो जाती है तथा हमारे पूर्व जन्मों के बुरे संस्कार एक्टिव हो जाते हैं। यदि हम विवेक के द्वारा मन, बुद्धि और इन्द्रियों पर नियंत्रण रखें और विवेक के अनुसार कार्य करें रुद्राक्ष की तरह हमारा मस्तिष्क सकारात्मक तथा अच्छे उद्देश्यों के लिए कार्य करता है तथा हमारे पूर्व जन्मों के वे संस्कार ही जाग्रत होते हैं जो अच्छे,हितकारी और शुभ हों।
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रुद्राक्ष के पूर्व जन्मों के संस्कार शुभ तथा अच्छे थे जिनको विवेक के द्वारा संचालित करने पर यह अद्भुत चमत्कार कर दिखाया। यदि हम बार-बार अभ्यास करें और विवेक के अनुसार कार्य करें तो हम भी रुद्राक्ष की तरह प्रखर, तेजस्वी बन सकते हैं। भारतीय युवाओं को रुद्राक्ष से सीख लेने की आवश्यकता है।
आज का अधिकांश युवावर्ग इंटनेट पर या तो मनोरंजक या इधर-उधर की बातों को सर्च करने में लगाता है। और फिर उनकी शिकायत रहती है कि उसे गणित विषय कठिन लगता है, गणित विषय समझ में नहीं आता। इस प्रकार ढेरों बहाने बनाता है। परन्तु सच कहा जाए तो अधिकांश युवाओं के पुरुषार्थ को काठमार गया है। तप, साधना और कठिन परिश्रम जैसे शब्द उसे बासी और पुराने लगते हैं। कठोर परिश्रम, तप, साधना और पुरुषार्थ में उनकी आस्था है ही नहीं तो गणित विषय उनको सरल कैसे लगेगा? उन्हें ऐशोआराम, मौजमस्ती, गपशप और इधर-उधर की बातें अच्छी लगती है और उन्हीं में अपना समय व्यतीत करता है। यदि युवावर्ग अपनी सामर्थ्य और क्षमता को पहचानकर सुदृढ़ संकल्प के साथ गणित को हल करना प्रारंभ कर दे तो कोई कारण नहीं है कि उनके लिए गणित विषय सरल नहीं होगा। मनुष्य में अपार क्षमताएं है इस बात को पहले भी तथा अब भी रुद्राक्ष जैसे विद्यार्थियों ने साबित कर दिखाया है। इसके बावजूद युवावर्ग सीख नहीं ले तथा अपनी कमजोरी को गणित विषय, शिक्षक, शिक्षा संस्थानों या अन्य पर डाले तो ऐसी बुद्धि पर तरस आता है। हालांकि यहां इसका तात्पर्य यह नहीं है कि शिक्षक तथा शिक्षा संस्थान दूध के धुले हुए हैं। इसलिए उचित यही है कि अपनी दशा व दिशा को ठीक कर ले और ऐसा करना आपके हाथ में ही है किसी ओर के हाथ में नहीं।
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2.पाँचवीं के छात्र ने 7 मिनट में दे दिया गणित के 1300 सवालों का जवाब(Fifth Student Answered 1300 Mathematics Questions in 7 Minutes)-

द्वाराहाट (अल्मोड़ा) Updated Wed, 19 Dec 2018
Fifth Student Answered 1300 Mathematics Questions in 7 Minutes
Fifth Student Answered 1300 Mathematics Questions in 7 Minutes
आपको यह पढ़कर हैरानी ही होगी कि पांचवी के छात्र का दिमाग इतना तेज भी हो सकता है।  यूनिवर्सल कांसेप्ट मेंटल अर्थमेटिक सिस्टम (यूसीएमएएस) की ओर से मलयेशिया के कजांग में आयोजित 23वीं अंतरराष्ट्रीय मेंटल अर्थमेटिक प्रतियोगिता में द्वाराहाट के नौ वर्षीय पांचवीं के छात्र रुद्राक्ष तिवारी ने चैंपियनशिप जीती है।
प्रतियोगिता में 40 से अधिक देशों के ढाई हजार प्रतिभागियों ने भाग लिया था। प्रतियोगिता में 200 अंक गणितीय प्रश्न और 1200 से 1500 अंकगणितीय परिचालन पूछे गए थे, जिन्हें आठ मिनट में हल करना था।
रुद्राक्ष ने सभी सवाल रिकॉर्ड सात मिनट 24 सेकेंड में हल कर दिए। यह प्रतियोगिता नौ और 10 दिसंबर को मलयेशिया की यूनिवर्सिटी तेनागा कजांग में हुई थी।
रुद्राक्ष ने अपने वर्ग में पहला स्थान प्राप्त किया है। यूसीएमएएस इंटनरेशनल के संस्थापक और अध्यक्ष प्रो. डिनो वोंग ने मास्टर रुद्राक्ष को चैंपियन ट्रॉफी, प्रशस्ति पत्र और अन्य पुरस्कार दिए।


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