Mathematics Equity: When A White Male Hits It Out Of The Park
Mathematics Equity: When A White Male Hits It Out Of The Park
1.गणित समानता: जब एक सफेद पुरुष पार्क से बाहर निकलता है का परिचय (Introduction of Mathematics Equity: When A White Male Hits It Out Of The Park)-इस आर्टिकल में बताया गया है कि गणित सीखने के लिए सबके साथ समानता का व्यवहार करना चाहिए। बौद्धिक रूप से यह विचार सुलझा हुआ तथा अच्छा लगता है परन्तु व्यावहारिक रूप से इस पर विचार करें तो यह कार्य बहुत कठिन है। क्या समानता लाने के लिए मोटे व्यक्ति को समान करने के लिए उसको छीला जा सकता है? व्यावहारिक रूप में यह कार्य कठिन है। संसार में हर चीज के दो पहलू होते जैसे शुभ-अशुभ, न्याय-अन्याय, हानि-लाभ, ऊँच-नीच, जय-पराजय इत्यादि। अर्थात् एक के बिना दूसरा असंभव है।जैसे सिक्के के दो पहलू होते हैं चित्त और पट। उसी प्रकार संसार में जो चीजे हैं उसके दो पहलू होते हैं। यहाँ कहने का यह तात्पर्य नहीं है कि समानता लाने का प्रयास नहीं करना चाहिए। वस्तुतः जब तक हम कि किसी भी बात के पक्ष-विपक्ष की पूरी जाँच-पड़ताल नहीं कर लेते हैं तब तक उस पर चलना या कदम बढ़ाना हमारे लिए समस्या पैदा कर सकता है। समानता का अधिकार भी उसी तरह है। समानता लाने का प्रयास अवश्य करना चाहिए परन्तु इसमें शत-प्रतिशत सफलता प्राप्त करना नामुमकिन है।
आर्टिकल पसन्द आये तो अपने मित्रों के साथ शेयर व लाईक करे। यदि आपकी कोई समस्या हो या सुझाव हो तो कमेंट करके बताए। इस आर्टिकल को पूरा पढ़े।
(1.)गणित के इतिहास व गणितज्ञों के बारे में भेदभाव (Discrimination about the history of mathematics and mathematicians)-
हमारे विद्यालयों के पाठ्यक्रम में गणित के इतिहास के अध्ययन को कोई स्थान नहीं दिया गया है। इसका कारण यह है कि पाठ्यक्रम निर्माता वर्तमान परिस्थितियों में गणित के इतिहास की विशेष उपयोगिता नहीं समझते हैं। यदि गणित के इतिहास का अध्ययन विद्यार्थियों को कराया जाये तो उन्हें आनंद एवं परितोष की अनुभूति होगी।
गणित के इतिहास के अध्ययन से विद्यार्थियों को यह विषय गतिशील एवं प्रगति का सूचक लगेगा तथा इस विषय के अध्ययन में उनकी रुचि का विकास होगा। विद्यार्थियों को गणित के अनेक उपविषयों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की जानकारी मिलने से उन्हें मानवीय प्रयासों एवं चिन्तन का महत्त्व समझ में आएगा।
गणित के इतिहास का सबसे महत्त्वपूर्ण प्रभाव यह होगा कि विद्यार्थी यह समझेंगे कि अन्ततोगत्वा मानवीय समस्याएं ही हैं तथा उन्हें अनेक प्रकार से हल किया जा सकता है। मानवीय प्रगति के साथ-साथ अनेक समस्याओं का उद्भव होता रहा है तथा गणित के ज्ञान का उपयोग इन समस्याओं को हल करने में सदैव उपयोगी सिद्ध हुआ है। मानव की प्रगति गणित विषय के विस्तार एवं चिंतन के साथ जुड़ी हुई है। गणित के इतिहास के अध्ययन से विद्यार्थियों में सही प्रकार की आदतों का निर्माण करना सम्भव हो सकता है जिससे कि वे समझें कि गणित का विकास किस प्रकार मानव प्रगति का एक महत्त्वपूर्ण भाग रहा है। गणित विषयवस्तु की जितनी भी शाखाएं एवं नवीन क्षेत्र विकसित हुए हैं वे सब मनुष्य की आवश्यकताओं एवं समस्याओं के हल करने की प्रक्रिया की देन हैं तथा भविष्य में यदि मनुष्य ऐसे प्रयास करता रहेगा तो गणित की उत्तरोत्तर प्रगति होगी तथा मनुष्य की भौतिक समस्याओं के गणितीय हल अधिक सुगम एवं उपयोगी होंगे।
गणित की जीवनियां भी गणित-इतिहास का महत्त्वपूर्ण अंग हैं। भारत एवं अन्य देशों के गणितज्ञों का अध्ययन विद्यार्थियों में परिश्रम एवं सतत प्रयासों में निष्ठा पैदा कर सकेगा तथा उनमें यह भावना विकसित कर सकेगा कि गणित विषय की प्रकृति अन्तर्राष्ट्रीय है तथा धरती के सभी मानव गणित के विकास में, अपनी परिस्थितियों के अनुसार महत्त्वपूर्ण योगदान देते रहे हैं। गणित के विकास का इतिहास स्वयं में इतना रोचक है कि अध्ययन करते समय विद्यार्थी भाव-विभोर होकर यह सोचने लगते हैं कि यदि गणित विषय का विकास नहीं हुआ होता तो आज हमारी सभ्यता और संस्कृति कितनी पिछड़ी हुई होती तथा मनुष्य आज भी आदि मानव स्तर का पशुवत जीवन व्यतीत करता होता। मनुष्य के लिए 'गणित का इतिहास' अत्यन्त उपयोगी एवं उत्साहवर्धक सामग्री प्रस्तुत करता है। गणित एक मनुष्य-रचित विज्ञान है।
प्राचीन महान् गणितज्ञों का गणित के कार्य को खड़ा करने में कितना योगदान है यह सब हम भुला चुके हैं। उनको न तो याद करते हैं और न हम उनके बारे में जानते हैं। आज कोई गणितज्ञ छोटा सा भी कार्य कर देता है तो तत्काल दुनिया की नजरों में आ जाता है जबकि नींव का कार्य महत्त्वपूर्ण होता है कँगूरा खड़ा करने में ज्यादा कोई मेहनत नहीं लगती है और वह उतने समय तक ही खड़ा रह सकता है जितनी उसकी नींव मजबूत होगी।
गणित के इतिहास के अध्ययन से विद्यार्थियों को यह विषय गतिशील एवं प्रगति का सूचक लगेगा तथा इस विषय के अध्ययन में उनकी रुचि का विकास होगा। विद्यार्थियों को गणित के अनेक उपविषयों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की जानकारी मिलने से उन्हें मानवीय प्रयासों एवं चिन्तन का महत्त्व समझ में आएगा।
गणित के इतिहास का सबसे महत्त्वपूर्ण प्रभाव यह होगा कि विद्यार्थी यह समझेंगे कि अन्ततोगत्वा मानवीय समस्याएं ही हैं तथा उन्हें अनेक प्रकार से हल किया जा सकता है। मानवीय प्रगति के साथ-साथ अनेक समस्याओं का उद्भव होता रहा है तथा गणित के ज्ञान का उपयोग इन समस्याओं को हल करने में सदैव उपयोगी सिद्ध हुआ है। मानव की प्रगति गणित विषय के विस्तार एवं चिंतन के साथ जुड़ी हुई है। गणित के इतिहास के अध्ययन से विद्यार्थियों में सही प्रकार की आदतों का निर्माण करना सम्भव हो सकता है जिससे कि वे समझें कि गणित का विकास किस प्रकार मानव प्रगति का एक महत्त्वपूर्ण भाग रहा है। गणित विषयवस्तु की जितनी भी शाखाएं एवं नवीन क्षेत्र विकसित हुए हैं वे सब मनुष्य की आवश्यकताओं एवं समस्याओं के हल करने की प्रक्रिया की देन हैं तथा भविष्य में यदि मनुष्य ऐसे प्रयास करता रहेगा तो गणित की उत्तरोत्तर प्रगति होगी तथा मनुष्य की भौतिक समस्याओं के गणितीय हल अधिक सुगम एवं उपयोगी होंगे।
गणित की जीवनियां भी गणित-इतिहास का महत्त्वपूर्ण अंग हैं। भारत एवं अन्य देशों के गणितज्ञों का अध्ययन विद्यार्थियों में परिश्रम एवं सतत प्रयासों में निष्ठा पैदा कर सकेगा तथा उनमें यह भावना विकसित कर सकेगा कि गणित विषय की प्रकृति अन्तर्राष्ट्रीय है तथा धरती के सभी मानव गणित के विकास में, अपनी परिस्थितियों के अनुसार महत्त्वपूर्ण योगदान देते रहे हैं। गणित के विकास का इतिहास स्वयं में इतना रोचक है कि अध्ययन करते समय विद्यार्थी भाव-विभोर होकर यह सोचने लगते हैं कि यदि गणित विषय का विकास नहीं हुआ होता तो आज हमारी सभ्यता और संस्कृति कितनी पिछड़ी हुई होती तथा मनुष्य आज भी आदि मानव स्तर का पशुवत जीवन व्यतीत करता होता। मनुष्य के लिए 'गणित का इतिहास' अत्यन्त उपयोगी एवं उत्साहवर्धक सामग्री प्रस्तुत करता है। गणित एक मनुष्य-रचित विज्ञान है।
प्राचीन महान् गणितज्ञों का गणित के कार्य को खड़ा करने में कितना योगदान है यह सब हम भुला चुके हैं। उनको न तो याद करते हैं और न हम उनके बारे में जानते हैं। आज कोई गणितज्ञ छोटा सा भी कार्य कर देता है तो तत्काल दुनिया की नजरों में आ जाता है जबकि नींव का कार्य महत्त्वपूर्ण होता है कँगूरा खड़ा करने में ज्यादा कोई मेहनत नहीं लगती है और वह उतने समय तक ही खड़ा रह सकता है जितनी उसकी नींव मजबूत होगी।
(2.)गणित में श्वेत लोगों द्वारा अश्वेत लोगों के साथ भेदभाव (White people discriminate against black people in mathematics)-
यह विचार श्वेत लोगों द्वारा अश्वेत लोगों के साथ भेदभाव करने के कारण उत्पन्न हुआ है। शिक्षा में तथा गणित में भेदभाव करने व समानता के अधिकार से वंचित करने के कारण अश्वेत पिछड़े हुए रह गए और उनका उचित विकास नहीं हो सका। फलस्वरूप उनमें असंतोष पनप गया जिसका परिणाम यह हुआ कि आपस में लड़ाई-झगड़ा व दंगा-फसाद होने लगे। इसलिए समानता की शुरुआत करना अच्छी पहल है परन्तु यदि इसके परिणाम पर भी कुछ पहले ही विचार कर लिया जाए तो बाद में पश्चाताप नहीं होगा। रंग के आधार पर असमानता नहीं होना चाहिए। सभी को गणित शिक्षा तथा अन्य अधिकार समान रूप से प्राप्त करने का अधिकार है। यह सैद्धान्तिक बात है परन्तु व्यवहार में इसका पालन करना कितना कठिन है इसे हम सब भलीभाँति जानते हैं।
(3.)गणित में महिलाओं के साथ भेदभाव (Discrimination against women in mathematics)-
महिलाओं के हर क्षेत्र में पिछड़ने का मूल कारण है स्त्री शिक्षा का अभाव। जो नारी शिक्षा ग्रहण करने में रूचि नहीं लेती हैं या जिनके अभिभावक नारी शिक्षा पर ध्यान नहीं देते है वे नारियाँ पिछड़ी हुई रह जाती हैं। इस प्रकार की नारियाँ या मनुष्य जैसे -तैसे अपने जीवन को बोझ की तरह ढोकर जैसे आए थे वैसे ही मृत्यु के मुख में चले जाते हैं।
नारी को शिक्षा का अवसर दिया जाए तो ज्ञान व बुद्धि में वह भी आगे बढ़ सकती है। वर्तमान युग में नारी व पुरुष को समानता का अधिकार देने के कारण नारी शिक्षा में वृद्धि हुई है। इसलिए धीरे -धीरे हर क्षेत्र में नारी आगे बढ़ रही। 'नोबेल ऑफ मैथ ' जिसे गणित का नोबल पुरस्कार कहा जाता है ,एक महिला को मिलना शुभ संकेत है.यह करेन उहलेनबेक को मिला है।
आर्टिकल को ध्यान से पूरा पढ़ें और अगर पसन्द आए तो अपने मित्रों के साथ शेयर करें तथा लाईक करें। यदि आपका कोई सुझाव हो तो कमेंट करके बताएं।
आर्टिकल को ध्यान से पूरा पढ़ें और अगर पसन्द आए तो अपने मित्रों के साथ शेयर करें तथा लाईक करें। यदि आपका कोई सुझाव हो तो कमेंट करके बताएं।
2.गणित समानता: जब एक सफेद पुरुष पार्क से बाहर निकलता है(Mathematics Equity: When A White Male Hits It Out Of The Park)-
Mathematics Equity: When A White Male Hits It Out Of The Park |
जो बताता है कि आज गणित शिक्षा के सबसे जीवंत और चुनौतीपूर्ण विचारों को सुनने के लिए 3500 लोगों ने रेगिस्तान की ओर प्रस्थान किया।
और, हां मुझे पाम स्प्रिंग्स के रेगिस्तान की सुंदरता का आनंद लेना चाहिए। हालाँकि, मुझे इस सम्मेलन के अपने सबसे यादगार अनुभव को साझा करने की आवश्यकता है।
अभी।
जब चुनौतीपूर्ण प्रस्तुतियों और यथास्थिति को चुनौती देने की बात आती है, तो शायद इस कार्यक्रम के आयोजकों में से एक क्रिस शोर की तुलना में कोई और अधिक चुनौतीपूर्ण प्रस्तुति नहीं थी। सम्मेलन से कुछ हफ्ते पहले, क्रिस मेरे साथ जुड़ा और मुझे बताया कि वह अपनी प्रस्तुति में मेरे विचारों / उद्धरणों में से एक का उपयोग कर रहा था।
मुझे महसूस नहीं हुआ कि मेरे शब्दों को एक चुनौती के रूप में देखा जाएगा।
उपरोक्त स्लाइड का सार यह है कि ज्ञान / रुचि का यह सामान्य स्टीरियोटाइपिंग है - गोरे लोग सामग्री के बारे में बात करते हैं और इक्विटी के बारे में गैर-सफेद बात करते हैं। स्वाभाविक रूप से अपवाद हैं, लेकिन मुझे और अधिक गैर-श्वेत गणित शिक्षकों को सामग्री में नेता बनने और अधिक श्वेत शिक्षकों को कठिन, लेकिन महत्वपूर्ण, इक्विटी में बातचीत - और वास्तव में गहरे जाने पर देखना पसंद आएगा।
क्रिस शोर ने चुनौती ली। और, जैसा कि इस ब्लॉग के शीर्षक से पता चलता है, उन्होंने गणित शिक्षा की स्थिति के बारे में कठिन और कभी-कभी असहज विचारों को संबोधित करते हुए, इसे पार्क से बाहर खटखटाया। कि गहरे पक्षपाती हैं जो व्यवस्थित रूप से घिरे हुए हैं। उनकी 90 मिनट की प्रस्तुति नस्ल, वर्ग और लिंग के आधार पर हर रोज होने वाले भेदभाव को साबित करने के लिए आंकड़ों की एक भावनात्मक खुदाई थी।
नीचे कुछ स्लाइड्स हैं जो दर्शकों के साथ गूंजती हैं ...
दीवार में बहुत सी ईंटें
3.समानता या वक्ष(Equity or Parity)-
परिवर्तन के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में विशेषाधिकार का उपयोग करनाजो संभव के रूप में उच्च के रूप में ऊपर उठाया जा करने की आवश्यकता है
अंतराल, अंतराल, अंतराल ...
कक्षा के दरवाजे पर अपने पूर्वाग्रह की जाँच करें
यह समय गणित की शिक्षा के भविष्य के लिए इस कहानी को लिखने का है
पूरी प्रस्तुति कठिन सच्चाइयों को साझा करने और अप्रभावी और एकीकृत उद्देश्य के साथ शर्मनाक आंकड़ों को उजागर करने का एक मानवीय समरूपता थी - जो कि चलने का समय है "गणित सभी के लिए है।"
शायद बेहतर है, कि सभी गणित सभी के लिए है।
क्रिस शोर अपने स्पीकर की स्थिति का इस्तेमाल कर सकते थे और सबसे अधिक यात्रा करने वाले गणितीय मार्ग को ले सकते थे। उसने नहीं किया जिस सड़क पर वह गया था उसमें उच्च जोखिम थे, लेकिन पुरस्कार भी अधिक हैं। लेकिन वास्तव में, इक्विटी मुद्दों को संबोधित करने में एक नैतिक अनिवार्यता है। यदि नहीं, तो लोगों और संस्थानों ने गणित के बारे में अपने विचार व्यक्त किए होंगे, 21 वीं सदी की गणित शिक्षा के साथ पूरी तरह से संचालित होने वाली आवृत्ति पर काम करना।
व्यवधान की आयु विशेष रूप से… ट्रस्ट के विघटन के बारे में है। ट्रस्ट को हर रोज़ लोगों के माध्यम से क्षैतिज रूप से पुनर्वितरित और स्थानांतरित किया जा रहा है, पारंपरिक स्तंभों के माध्यम से काटकर जो सीधे खड़े होते हैं।
Mathematics Equity: When A White Male Hits It Out Of The Park |
गणित के शिक्षक विश्वास के गोले बना रहे हैं। उन जनजातियों में, गणित शिक्षा का सबसे शक्तिशाली विचार अनपेक्षित और वितरित किया जा रहा है - इक्विटी।
हालांकि जो असमानता की दीवारें बनाई गई हैं, वे जल्द ही कभी भी नीचे नहीं आएंगी - दुर्भाग्य से - परिवर्तन का वेक्टर सही दिशा में बताया गया है। अंत में, इस बदलाव में जो तेजी आएगी वह यह है कि सभी शिक्षण, तल पर, रिश्तों के बारे में है। रिश्ते जो दया, सहानुभूति और भेद्यता के साथ रंगे हैं। ये रिश्ते कहानियों से जाली हैं।
वह सब कुछ जो मानव है एक कहानी है।
तीन कहानियाँ बड़ी कहानी कहती हैं कि गणित एक मानवीय प्रयास रहा है जिसने इतिहास में हर सांस्कृतिक, वर्ग, नस्ल और लिंग रेखा को पार किया है।
बेटन को शिक्षा के लिए पारित किया गया है। पहले 100 साल या इसके बारे में घर लिखने के लिए कुछ नहीं किया गया है। लेकिन, विचारों और सपनों का लोकतांत्रिकरण गणित की शिक्षा की दीवारों में कुछ गंभीर छिद्रों को पंच करने के लिए कहां और कैसे विश्वास प्रवाह के पुन: अंशांकन के साथ होता है।
और, इसे क्रिस शोर जैसे विशेषाधिकार प्राप्त लोगों से अधिक घरेलू रन की आवश्यकता होगी, जिन्होंने साहसपूर्वक अपने स्वयं के पूर्वाग्रह को सीएमसी-दक्षिण की भीड़ के साथ साझा किया।
धन्यवाद, क्रिस। हम सभी को एक बिंदु पर ले जाने के लिए धन्यवाद - या कम से कम उस बिंदु को देखें - जहां कोई पीछे नहीं है। वहाँ केवल एक और बात है कि जोड़ने के लिए है, और मैं काफ्का इसे घर लाने दूँगा ...
Mathematics Equity: When A White Male Hits It Out Of The Park |
0 Comments: